सरकार तीन महीने के भीतर अली तौकीर नेटवर्क को बेनकाब कर विधानसभा के समक्ष रखेगी: हिमंत बिस्वा सरमा

दिसपुर
असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने गुरुवार को कहा कि सरकार तीन महीने के भीतर पाकिस्तानी नागरिक अली तौकीर शेख के नेटवर्क को बेनकाब कर सारे तथ्य विधानसभा के समक्ष रखेगी। अली तौकीर के संबंध पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई से होने की बात कही जा रही है, और मुख्यमंत्री सरमा तथा भाजपा के अन्य नेताओं का आरोप है कि कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई की पत्नी एलिजाबेथ कोलबर्न उसके साथ भारत विरोधी गतिविधियों में लिप्त रही हैं।

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हिमंत बिस्वा सरमा ने गुरुवार को विधानसभा में कहा, "मैं असम विधानसभा से वादा करता हूं कि हम इस अली तौकीर के नेटवर्क को बेनकाब कर देंगे। हमें तीन महीने का समय दीजिए, हम तथ्यों के साथ विधानसभा में लौटेंगे। ढेर सारे तथ्य हैं।"

सरमा ने कहा कि उन्हें अनौपचारिक रूप से तथ्यों की जानकारी दी गई है, इसलिए उन्हें तथ्यों का पता है। हालांकि, तथ्यों को रिकॉर्ड पर रखा जाना बाकी है। उन्होंने कहा, "तथ्यों का ढेर है। जब वे सामने आएंगे तो हम सबकी आत्मा कांप उठेगी।"
गौरव गोगोई की पत्नी एलिजाबेथ एक ब्रिटिश नागरिक हैं। वह पूर्व में एक ऐसे संगठन में अली शेख के मातहत काम कर चुकी हैं, जिस पर भारत में आईएसआई के एजेंडे को आगे बढ़ाने का आरोप है।

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असम कैबिनेट के आदेश के बाद अली शेख के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर असम पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। असम पुलिस के डीजीपी ने एक विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया है, जिसकी अगुवाई आईपीएस अधिकारी एमपी. गुप्ता कर रहे हैं। एसआईटी के अन्य सदस्य आईपीएस प्रणबज्योति गोस्वामी, मोइत्रयी डेका और रोजी कलिता हैं।

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इस मामले को लेकर भाजपा लगातार कांग्रेस पर हमलावर है और विपक्षी दल के देश विरोधी तत्वों के साथ संबंध होने के आरोप लगा रही है। एलिजाबेथ के शादी के 12 साल बाद भी भारतीय नागरिकता नहीं लेने पर भी वह सवाल उठा रही है।

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